पीसी सेठी चिकित्सालय इंदौर में बना स्वस्थ शिशु के जन्म का राज्य स्तरीय रिकार्ड

इंदौर। स्वस्थ शिशु का जन्म परिवार के लिए सर्वाधिक सुखद अहसास है। स्वस्थ शिशु और स्वस्थ माँ स्वस्थ समुदाय के निर्माण की पहली शर्त है। प्रसव सुरक्षित हो, माँ और बच्चा सुरक्षित रहें, इस हेतु लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत स्त्री के गर्भवती होने से लेकर शिशु जन्म उपरांत तक विभाग के चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं मैदानी कार्यकर्ता सतत निगरानी करते हैं। सुरक्षित प्रसव हेतु संस्थागत जन्म एक प्रमुख व्यवहार है। संस्थागत प्रसव में सभी तरह के जोखिमों का प्रबंधन किया जाता है, ताकि माँ और बच्चे को सुरक्षित रख सकें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हासानी ने बताया कि आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके इस हेतु इंदौर जिले का शासकीय प्रकाश चंद्र सेठी सिविल अस्पताल में सुरक्षित मातृत्व हेतु सभी जोखिमों का प्रबंधन विशेषज्ञ स्तर पर किया जाता है। आज 18 जुलाई 2025 शुक्रवार को पीसी सेठी सिविल अस्पताल में एक अत्यंत हाई रिस्क गर्भवती रीता पति नंद किशोर उम्र 24 वर्ष प्रथम प्रसव हेतु आई। महिला में जोखिम के कई लक्षण थे, जिसमें उसका वजन 90 किलो से ज्यादा था, Pre eclampsia, Very big size baby, Generalised oedema, BP 160/110 था, अल्बुमिन 2+ था जो कि गंभीर PIH की श्रेणी में आता है, महिला को मधुमेह नहीं था, महिला की ऊँचाई कम थी, इसलिए समान्य प्रसव होना संभव नहीं हो पाया। स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. कोमल विजयवर्गीय तथा निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. सुनिता भटनागर ने रीता का सुरक्षित प्रसव ऑपरेशन के माध्यम से करवाया और 5.430 किलो के स्वस्थ शिशु का जन्म हुआ। ज्ञात जानकारी के अनुसार अस्पताल के इतिहास में प्रथम बार तथा मध्यप्रदेश में जन्मा यह सर्वाधिक वजन का शिशु है।
शासकीय चिकित्सालय में दी गई यह उच्च स्तरीय विशेषज्ञ सेवाएं यह दर्शाती हैं कि आमजन इस तरह की सेवाएं अब कल्याणकारी योजनाओं के तहत सहज रूप से प्राप्त कर रहे है, वह भी बिल्कुल निःशुल्क। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. माधव हासानी ने आज चिकित्सालय का भ्रमण कर चिकित्सकों एवं सेवा प्रदाताओं को उनकी इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं प्रेषित की है एवं बधाई दी है।