आईआईएम इंदौर ने कार्यकारी डॉक्टोरल कार्यक्रमों की नई बैचों का किया शुभारम्भ

आईआईएम इंदौर (भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर) ने शैक्षणिक उत्कृष्टता और सामाजिक प्रभाव की अपनी समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, कार्यकारी डॉक्टोरल प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (EDPM) के 15वें बैच और कार्यकारी डॉक्टोरल प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एंड गवर्नेंस (EDPMG) के 5वें बैच का उद्घाटन 14 जुलाई 2025 को किया। यह समारोह आईआईएम इंदौर के सामाजिक रूप से जागरूक, अनुसंधान-प्रेरित प्रबंधकों को तैयार करने के मिशन के साथ ही संरेखित है, जो व्यापार और समाज में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकें।
प्रो. हिमांशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने इन बैचों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. उत्तियो रायचौधरी, वाइस प्रोवोस्ट, यूनिवर्सिटी ऑफ डेनवर, अमेरिका और प्रो. राजहंस मिश्रा, चेयर – डॉक्टोरल प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (DPM) भी उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में प्रो. हिमांशु राय ने आईआईएम इंदौर की उन प्रमुख पहलों को रेखांकित किया जो असमानता, ग्रामीण-शहरी विभाजन और पर्यावरणीय समस्याओं जैसी वास्तविक जीवन की चुनौतियों का समाधान करने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान का मिशन केवल अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण में एक सक्रिय भूमिका निभाने का प्रयास करता है। उन्होंने प्रतिभागियों को इस मिशन में सार्थक योगदान देने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि विकसित भारत 2047 का सपना तभी साकार होगा जब हम मजबूत तंत्र बनाएं और शासन-प्रशासन को सुदृढ़ करने में योगदान दें। उन्होंने कहा, “आईआईएम इंदौर में हमारा उद्देश्य ऐसे स्कॉलर्स और नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करना है जो ज्ञान को करुणा के साथ और शोध को उद्देश्य के साथ जोड़ सकें।”
उन्होंने “वॉरियर स्कॉलर” के साथ ही “स्कॉलर वॉरियर्स” की अवधारणा साझा की – ऐसे स्कॉलर जो राष्ट्र को बौद्धिक रूप से विकसित और संरक्षित कर सकें। उन्होंने तीन गुणों को इस शोध यात्रा के लिए आवश्यक बताया: ज्ञान के लिए जिज्ञासा, विनम्रता और रूचि विचार और कर्म में ईमानदारी; और वह मानसिक लचीलापन जो शोध में निरंतर रुचि बनाए रखे। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि वे ऐसे विषय चुनें जो उन्हें उत्साहित करें, समाज के लिए मूल्य जोड़ें, और जिससे स्वयं भी कुछ नया सीखने को मिले। “जब ये तीनों बातें एक साथ हों, तब समझ लीजिए की आपका शोध सही रास्ते पर हैं,” उन्होंने कहा।
डॉ. उत्तियो रायचौधरी ने अपने उद्घाटन संबोधन में आईआईएम इंदौर में आने पर प्रसन्नता जताई और इसे एक प्रेरणादायक संस्थान बताया जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन ला रहा है। उन्होंने प्रो. हिमांशु राय के नेतृत्व में संस्थान की प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि नयी बैच का शुभारम्भ यात्रा एक ऐसा अध्याय है जिसे प्रतिभागी और संस्थान मिलकर लिखेंगे। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा की वह अवस्था है जिसे ज़रूरत से नहीं, बल्कि जुनून और अपने निर्णय से चुना गया है।
उन्होंने कहा कि वास्तविक सफलता के लिए सिर्फ दक्षता और कौशल ही नहीं, बल्कि “मल्टिप्लायर एटीट्यूड” यानी सकारात्मक दृष्टिकोण आवश्यक है: वही दृष्टिकोण जिसने प्रतिभागियों को यहां तक पहुँचाया है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे असफलता से न डरें, शोध में नवीनता और जिज्ञासा लाएं और खुले मन से अपनी यात्रा तय करें। “आप अपनी कहानी के लेखक हैं, अतः इसे खुलेपन, रचनात्मकता और प्रभाव के संकल्प के साथ लिखें,” उन्होंने कहा। उन्होंने सभी में सहयोग और उद्देश्यपूर्ण शोध की भावना को प्रोत्साहित किया।
प्रो. राजहंस मिश्रा ने आईआईएम इंदौर की प्रगति और नवाचार की यात्रा को साझा किया और बताया कि यह एकमात्र आईआईएम है जिसने सबसे पहले ईडीपीएमजी कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा, “आप सभी प्रतिभागी इस पाठ्यक्रम को सार्थक बनाते हैं, क्योंकि आप अपने-अपने क्षेत्रों की विशेषज्ञता लाते हैं, और हम सभी मिलकर चुनौतियों का अकादमिक समाधान खोजते हैं और उन्हें आप वापस अपने क्षेत्रों में लागू करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि शासन से जुड़े मुद्दों की गहराई से पड़ताल करना आवश्यक है और यही इन कार्यक्रमों का उद्देश्य है। प्रो. मिश्रा ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इस यात्रा को खुले मन और सीखने की प्रतिबद्धता के साथ अपनाएं।
विविधताओं से पूर्ण बैच
2025 के लिए कुल 24 प्रतिभागियों (18 EDPM में और 6 EDPMG में) ने पंजीकरण किया है। इन प्रतिभागियों की पृष्ठभूमि में इंजीनियरिंग, वित्त, तकनीक, सामाजिक विज्ञान और शहरी प्रशासन जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं। यह विविधता यह दर्शाती है कि आईआईएम इंदौर के कार्यकारी शोध कार्यक्रमों को उद्योग और नीति निर्माण में कार्यरत वरिष्ठ पेशेवरों द्वारा बढ़ती मान्यता प्राप्त हो रही है।
वैश्विक स्तर की मान्यता और नेतृत्व निर्माण की दिशा में प्रतिबद्धता
आईआईएम इंदौर EQUIS, AMBA और AACSB जैसी तीन प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मान्यताओं (Triple Crown Accreditation) से सम्मानित विश्व के अग्रणी प्रबंधन संस्थानों में से एक है। EDPM और EDPMG जैसे कार्यक्रम आईआईएम इंदौर की उस प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं जो अकादमिक शोध, नीति और व्यावसायिक समाधान के बीच सेतु निर्माण का कार्य करते हैं।
इन कार्यक्रमों के माध्यम से आईआईएम इंदौर ऐसे उत्तरदायी प्रबंधक और लीडर तैयार कर रहा है जो केवल लाभ के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक प्रभाव और स्थायी समाधान की सोच से कार्य करें।