Jun 01 2023 / 9:56 PM

शिवप्रिया भाँग और मानव स्वास्थ्य का अंतर्संबंध

~ डॉ. प्रिया

शिवरात्रि के दिन लोग भांग को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। भांग न केवल पेय पदार्थ में मिलाई जाती है बल्कि इसके पकौड़े भी बन जाते हैं।

शिवरात्रि हो या होली का त्योहार, भांग के बिना अधूरे से होते हैं। दूध, पानी और बादाम में मिलाकर जाने वाली भांग की ठंडई (ठंडाई) मस्ती के रंग में चार चांद लगाती है। भारत में भांग का इस्तेमाल सदियों से पारंपरिक तरीके से किया जाता रहा है।

देवीभागवत पुराण में कहा गया है कि भगवान शिव के शरीर को क्रोध और तापमुक्त करने के लिए उन्हें जल और औषधियों को अर्पित किया गया था, ताकि वे शांत हो सकें। कोई जड़ी-बूटी में भांग भी शामिल है। इन औषधियों में ब्रह्माण्ड में दोषपूर्ण नकारात्मकता को दूर करने की शक्ति होती है।

नेशनल सर्वे डॉन्ग यूज एंड हेल्थ 2021 के होश से साल 2021 में 12 साल और उससे ज्यादा उम्र के 18.7 फीसदी यानी 52.5 मिलियन लोगों में कैनबिस के सेवन की जानकारी है।

कनाडा, जमाइका, नीदरलैंण्ड, कोलंबिया, साउथ अफ्रीका, पुर्तगाल, स्पेन, बेल्जियम समेत कई देशों में कुछ खास मापदण्डों के हिसाब से भांग के सेवन की परमिशन दी गई है।

जहां बेल्जियम में रूल्स के हिसाब से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोग 3 ग्राम तक भांग अपने साथ ले जा सकते हैं। मगर पब्लिक प्लेस पर उसे लेने की मनाही है। वहीं जमायका में आप मेडिकल रीज़न के हिसाब से इसका प्रयोग कर सकते हैं।

इसके अलावा नीदरलैंड्स में आप कैफे और दुकानो में वीड ले सकते हैं। मगर घरों में इसे ले जाने की मनाही है।

भारत में भी बड़ी तादाद में इसकी पैदावार होती है। बिहार, केरला, राजस्थान, तमिलनाडू, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में इसको उगाया जाता है। परम्परागत उपयोगों को छोड़कर भारत में भांग का इस्तेमाल करना पूरी तरह से अवैध है।

आइए जानते हैं भांग (मारिजुआना) के स्वास्थ्य उपहार :

एक कप भांग में 124 कैलोरीज़ पाई जाती हैं। इसके बावजूद इसे मस्तिष्क को रिलैक्स करने और डाइजेशन को सुधारने वाला माना गया है। यह वेटलॉस में भी मदद करती है।

1 दर्द से राहत :
भांग के बीजों से बनने वाला तेल किसी भी प्रकार के दर्द, जलन और जख्म को ठीक करने का काम करता है। भांग भूख बढ़ाने से लेकर गठिया के दर्द तक हर चीज़ में फायदेमंद हैं। भांग के बीजों से बनने वाला तेल किसी भी प्रकार के दर्द, जलन और जख्म को ठीक करने का काम करता है।

2 भूख बृद्धि :
मोटापे के शिकार लोगों के लिए भांग का सेवन परेशानी का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों की मानें, तो इसके सेवन से भूख बढ़ने लगती है। अगर आप पहले से ओवरवेट हैं, तो इसके सेवन से बचने का प्रयास करें। 500 मिलीग्राम कालीमिर्च और भांग को शहद के साथ मिलाकर खाने से भी भूख न लगने की समस्या दूर होती है।

3 सीजर अटैक से बचाव :
अगर आप एक दवा के तौर पर इसका इस्तेमाल करते हैं, तो सीजर अटैक यानि बार बार पड़ने वाले दौरे की समस्या से राहत मिलती है। साथ ही एक नियमित मात्रा में इसका इस्तेमाल ब्रेन को रिलैक्स रखता है। साथ ही यादाश्त को बढ़ाने में भी कारगर साबित होता है।

4 पेट दर्द से राहत :
पेट दर्द से राहत पाने के लिए काली मिर्च और भांग को मिलाकर छोटी छोटी गोलियां तैयार लें। उसके बाद उन्हें गुड़ के साथ खाने से पेट दर्द से राहत मिलती है।

5 सिरदर्द और कानदर्द में लाभ :
कान और सिर में दर्द होने की सूरत में मरिजुआना की पत्तियों के तेल में लहसुन गर्म करके इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है। इसके बाद इस मिश्रण की दो से तीन बूंद कान में टपका दें। इसे सिरदर्द और कानों में होने वाली पीड़ा दुर हो जाती है।

6 आर्थराइटिस के दर्द में लाभकारी :
अगर आपको गठिया का दर्द जोड़ों में होता है, तो तेल का प्रयोग करे। इसके तेल को दर्द वाली जगहों पर लगाते ही आराम का अनुभव होगा।

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