छत्तीसगढ़ को प्रधानमंत्री आवास योजना में ओवरऑल परफॉर्मेंस पर मिला पहला अवार्ड, विभिन्न श्रेणियों में मिले 15 पुरस्कार, सीएम बघेल व मंत्री सिंहदेव ने दी बधाई

रायपुर। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर पूसा में आयोजित पुरस्कार समारोह में राज्य शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ को विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय स्तर पर 15 पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रदेश की ओर से प्रमुख सचिव सुब्रत साहू ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों आज पुरस्कार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इसके लिए विभाग के अधिकारियों और प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
छत्तीसगढ़ में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विकास योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए प्रदेश का चयन केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कारों के लिए किया गया है। इनमें मनरेगा के बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए राज्यों को दिए जाने वाले तीन जिलों और विकासखंडों को दिए जाने वाले एक-एक और ग्राम पंचायतों के लिए दो पुरस्कार शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गुणवत्ता की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को दूसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में ओवरऑल परफॉर्मेंस में पहला पुरस्कार दिया गया। इस योजना के तहत जिले में रायपुर को प्रथम और धमतरी जिले को दूसरा स्थान मिला है। ओवरऑल तीन साल में प्रगति के आधार पर छत्तीसगढ़ को दूसरा और जिले में रायपुर को पहला पुरस्कार मिला है। योजना के तहत राजमिस्त्रियों के प्रशिक्षण और 12 महीने में सर्वाधिक घर बनाने में भी छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार दिया गया है। वहीं, पंचायतों में पोड़ीछाल रायगढ़ और नारायणपुर के छोटे डोंगर को पुरस्कृत किया गया।
मनरेगा के तहत मिले 7 पुरस्कार
प्रदेश को मनरेगा के तहत जियो-मनरेगा इनीशिएटिव्ह के क्रियान्वयन में देशभर में दूसरा, कार्यपूर्णता में दूसरा और सुशासन इनीशिएटिव्ह के क्रियान्वयन में दूसरा स्थान मिला है। जिला प्रशासन द्वारा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मुंगेली का चयन किया गया है। मुंगेली के कलेक्टर और जिला कार्यक्रम समन्वयक (मनरेगा) श्री सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
जियो-मनरेगा इनीशिएटिव्ह के तहत जीआईएस संपत्ति पर्यवेक्षण क्रियान्वयन में जांजगीर-चांपा जिले का पामगढ़ विकासखंड देशभर में दूसरे स्थान पर है। वाटर हार्वेस्टिंग हेतु संरचना निर्माण के लिए कोरिया जिले के पोड़ी ग्राम पंचायत (विकासखंड सोनहत) को देशभर में दूसरा तथा मनरेगा कार्यों के क्रियान्वयन में उत्कृष्टता के लिए बालोद जिले के धोतीमटोला (विकासखंड डौंडी) को तीसरा स्थान मिला है।